Kids Learning Zone ( किड्स लर्निंग ज़ोन )
कारक ( Conjunction )
कारक ( Conjunction ) : संज्ञा के जिस रूप से उसका क्रिया के साथ सम्बन्ध व्यक्त होता है , उसे कारक कहते है जो शब्द सम्बन्ध को प्रकट करते है , उन्हे कारक चिन्ह कहते है । इन कारक चिन्हों को परसर्ग या विभक्ति भी कहते है
इन वाक्यों मे 'ने' 'पर' 'से' आदि कारक चिन्ह लगे हुए है , जिनका क्रिया के साथ सम्बन्ध व्यक्त हो रहा है ।
1. रवि ने आम खाया ।
2. सुनीता कुर्सी पर बैठी है ।
3. रमेश अमित से कलम ले रहा है ।
कारक के भेद : कारक के निम्नलिखित भेद है :
कारक कारक चिन्ह
1. कर्त्ता ने
2. कर्म को
3. करण से, के, द्वारा
4. संप्रदान को, के, लिए
5. अपादान से (अलग होने पर )
6. सम्बन्ध का, की, के, रा, री, रे, ना, नी, ने
7. अधिकरण मे, पे, पर
8. सम्बोधन अरे हे ओह
1. कर्ता कारक - क्रिया करने वाले को कर्ता कारक कहते है जैसे -
(1 ). नीरज ने भोजन कर लिया ।
(2 ). रमन दौड़ रहा है ।
(3 ). बंदर केला खा रहे है ।
इन वाक्यों मे नीरज, रमन और बंदर ये सभी कर्ता कारक के उदाहरण है ।
2. कर्म कारक - जिस वस्तु या व्यक्ति पर क्रिया का फल पड़ता है, उसे कर्म कारक कहा जाता है जैसे - (1). सीता ने फल खाया ।
(2). नीना खेल रही है ।
(3). राम पुस्तक पढ़ता है ।
इन वाक्यों मे खाया, खेलना और पढ़ना ये सभी शब्द कर्म कारक के उदाहरण है ।
3. करण कारक -कर्ता जिस वस्तु, उपकरण, साधन, या उपाय आदि की सहायता लेकर क्रिया करता है, उसे कारण कारक कहते है । जैसे -
(1). सुमन कलम से लिख रही है ।
(2). पंखे बिजली द्वारा चलते है ।
(3). हम बस द्वारा विध्यालय जाते है ।
इन वाक्यों मे विभक्ति चिन्ह द्वारा, से आदि करण कारक है ।
4. संप्रदान कारक - जिसके लिए कर्ता कार्य कर्ता है, उसे संप्रदान कारक कहते है । जैसे -
(1 ). राजा ने ब्राह्मणों को दान दिया ।
(2 ). सैनिक देश के लिए बलिदान देते है ।
(3 ). निर्मल दुखियों की सहायता हेतु तत्पर रहता है ।
इन वाक्यों मे को, के लिए और हेतु ये सभी संप्रदान कारक है ।
5. अपादान कारक - वे शब्द जिनमे अलग होने का भाव प्रकट होता हो, उसे अपादान कारक कहते है ।
(1 ). पेड़ से पत्ता गिर रहा है ।
(2 ). सोना खान से निकलता है ।
इन वाक्यों मे पेड़ से, खान से ये शब्द अलग होने का भाव प्रकट करते है, अपादान कारक है
6. सम्बन्ध कारक - सम्बन्ध कारक मे किसी एक वस्तु या व्यक्ति का दूसरी वस्तु या व्यक्ति से सम्बन्ध व्यक्त होता है जैसे -
(1). अमित का भाई सुमित है ।
(2). मीरा राधा की सहेली है ।
(3). मोहन के दो पुत्र है
इन वाक्यों मे का, की, के आदि शब्द संबंध कारक को प्रकट कर रहे है ।
7. अधिकरण कारक - जिस कारक से क्रिया के आधार, स्थिति या स्थान का बोध होता है, उसे अधिकरण कारक कहते है जैसे -
(1 ). कलम मेज पर रखी है ।
(2 ). गिलास मे पानी कम है ।
(3 ). रतन छत पर पतंग उड़ा रहा है
इन वाक्यों मे मेज पर, गिलास मे, छत पर ये शब्द अधिकरण कारक के है ।
8. सम्बोधन कारक - जिन शब्द रूपों से किसी को संबोधित करना, आश्चर्य , प्रसन्नता, शोक आदि का भाव प्रकट हो, वह सम्बोधन कारक कहलाता है।
जैसे -
(1 ). अरे तुम आ गए ।
(2 ). हे ईश्वर हमे बचाओ ।
(3 ). वाह क्या बात है ।
इन वाक्यों मे अरे, हे ईश्वर, वाह ये सभी शब्द सम्बोधन कारक के है ।
No comments:
Post a Comment